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आजादी : बालचंद्रन चुल्लिक्काड

आजादी : बालचंद्रन चुल्लिक्काड

मूल लेखक : बालचंद्रन चुल्लिक्काड (मलयालम कवि)अनुवाद: असद जैदीआवृत्ति : सुशील कांतिध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुदृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचाविशेष आभार : प्रषेख बोरकर, अभिषेक बोरकर एवं श्रीवाणी।प्रस्तुति : भारतीय भाषा परिषद बालचंद्रन चुल्लिक्काड का जन्म 1958 में हुआ था।...

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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता ‘रात में वर्षा’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : सुशील कान्ति

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता ‘रात में वर्षा’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : सुशील कान्ति

कविता : रात में वर्षाकवि : सर्वेश्वर दयाल सक्सेनाकविता पाठ :सुशील कान्ति ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुदृश्य संयोजन : उपमा ऋचा प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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नवनीता देवसेन की कविता ‘बारिश होने पर’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : इतु सिंह

नवनीता देवसेन की कविता ‘बारिश होने पर’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : इतु सिंह

कविता : बारिश होने परकवि : नवनीता देवसेनकविता पाठ :इतु सिंह (शिक्षिका खिदिरपुर कॉलेज, कोलकाता)ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखक, अनुवादक, स्वतंत्र पत्रकार)दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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दुष्यंत कुमार कविता चित्रपाठ, आवृत्तिकार : डॉ. विवेक सिंह

दुष्यंत कुमार कविता चित्रपाठ, आवृत्तिकार : डॉ. विवेक सिंह

कवि : दुष्यंत कुमार कविता पाठ :विवेक सिंह (सहायक प्राध्यापक हिंदी विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय)ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखक, अनुवादक, स्वतंत्र पत्रकार)दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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रवींद्रनाथ टैगोर, रचना पाठ : सूर्यदेव राय

रवींद्रनाथ टैगोर, रचना पाठ : सूर्यदेव राय

दो पंछी सोने के पिंजरे में था पिंजरे का पंछी, और वन का पंछी था वन में ! जाने कैसे एक बार दोनों का मिलन हो गया, कौन जाने विधाता के मन में क्या था ! वन के पंछी ने कहा,'भाई पिंजरे के पंछी हम दोनों मिलकर वन में चलें.' पिंजरे का पंछी बोला,'भाई बनपाखी,आओ हम आराम से पिंजरे...

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कविता : सुमित्रानंदन पंत, कविता पाठ : अनुपम श्रीवास्तव

कविता : सुमित्रानंदन पंत, कविता पाठ : अनुपम श्रीवास्तव

यह धरती कितना देती है! मैंने छुटपन में छिपकर पैसे बोये थे,सोचा था, पैसों के प्यारे पेड़ उगेंगे,रुपयों की कलदार मधुर फसलें खनकेंगीऔर फूल फलकर मै मोटा सेठ बनूँगा!पर बंजर धरती में एक न अंकुर फूटा,बन्ध्या मिट्टी ने न एक भी पैसा उगला!सपने जाने कहाँ मिटे, कब धूल हो गये!मैं...

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खिला है चैत का फूल-1 सिद्धेश्वर सिंह की कविता ‘चैत’

खिला है चैत का फूल-1 सिद्धेश्वर सिंह की कविता ‘चैत’

आवृत्ति एवं ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखिका एवं अनुवादक)दृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति : भारतीय भाषा...

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खिला है चैत का फूल-2 सीताकांत महापात्र की कविता

खिला है चैत का फूल-2 सीताकांत महापात्र की कविता

सीताकांत महापात्र की कविता ;कोई चैत्र तुमको मेरी कविता में लाया था'अनुवाद दिनेश मालीआवृत्ति एवं ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखिका एवं अनुवादक)दृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति : भारतीय भाषा...

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प्रिय मैं हूँ एक पहेली भी : महादेवी वर्मा

प्रिय मैं हूँ एक पहेली भी : महादेवी वर्मा

आवृत्ति : पार्वती रघुनंदन, शोधार्थी एवं रंगकर्मी साउंड मिक्सिंग : अनुपमा ऋतु लेखिका एवं अनुवादक वीडियो एडिटिंग : उपमा ऋचा मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ प्रस्तुति : भारतीय भाषा...

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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता ‘रात में वर्षा’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : सुशील कान्ति

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता तुम्हारे साथ रहकर

आवृत्ति : अनुपम श्रीवास्तवध्वन्यांकन : दिवाकर त्रिपाठीध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुसंयोजन-संपादन : उपमा ऋचा प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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सर्वेश्वर दयाल सक्सेना कविता ‘रात में वर्षा’ का चित्रपाठ, आवृत्तिकार : सुशील कान्ति

सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता देश कागज़ पर बना नक्शा नहीं होता

आवृत्ति : अनुपम श्रीवास्तवध्वन्यांकन : दिवाकर त्रिपाठीध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुसंयोजन-संपादन : उपमा ऋचा प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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मैं अंधेरों में शेष हुई : नोबल साहित्य पुरस्कार 2022 से सम्मानित एनी आर्नो की विचार यात्रा

मैं अंधेरों में शेष हुई : नोबल साहित्य पुरस्कार 2022 से सम्मानित एनी आर्नो की विचार यात्रा

वाचन व ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखक, अनुवादक, स्वतंत्र पत्रकार)दृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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निराला की पुण्यतिथि पर ‘अभी न होगा मेरा अंत’ का  चित्रपाठ

निराला की पुण्यतिथि पर ‘अभी न होगा मेरा अंत’ का चित्रपाठ

कविता : अभी न होगा मेरा अंतकवि : सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' (२१ फरवरी, १८९९ - १५ अक्टूबर, १९६१) कविता पाठ :विवेक सिंह (सहायक प्राध्यापक हिंदी विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय)ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखक, अनुवादक, स्वतंत्र पत्रकार)दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा...

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निराला की पुण्यतिथि पर ‘तोड़ती पत्थर’ का  चित्रपाठ

निराला की पुण्यतिथि पर ‘तोड़ती पत्थर’ का चित्रपाठ

कविता : तोड़ती पत्थरकवि : सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' (२१ फरवरी, १८९९ - १५ अक्टूबर, १९६१)कविता पाठ :विवेक सिंह (सहायक प्राध्यापक हिंदी विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय)ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखक, अनुवादक, स्वतंत्र पत्रकार)दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर...

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लिखते और लिखते रहना : सुनील गंगोपाध्याय

लिखते और लिखते रहना : सुनील गंगोपाध्याय

कविता : लिखते और लिखते रहनाकवि : सुनील गंगोपाध्याय ( कवि, इतिहासकार एवं उपन्यासकार)कविता पाठ : संध्या नवोदिता (कवि ,अनुवादक, लेखक और पत्रकार)ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखक, अनुवादक, स्वतंत्र पत्रकार)दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति :...

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जे एन यू में हिंदी : केदारनाथ सिंह

जे एन यू में हिंदी : केदारनाथ सिंह

कविता : जे एन यू में हिंदीकवि : केदारनाथ सिंह (आलोचक एवं कवि)कविता पाठ : डॉ. पूनम पाठक 'चंद्रलेखा' (शिक्षण, लेखन एवं सामाजिक कार्य)ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु (लेखन एवं अनुवाद कार्य)दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा (मल्टीमीडिया एडीटर वागर्थ) प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा...

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मेरे देश की आंखें – अज्ञेय, कविता पाठ : शुभ्रास्था

मेरे देश की आंखें – अज्ञेय, कविता पाठ : शुभ्रास्था

रचना आवृत्ति : शुभ्रास्था ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतुदृश्य संयोजन-संपादन : उपमा ऋचा प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद...

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