वरिष्ठ लेखिका और समीक्षक।संप्रति इलाहाबाद में शिक्षण कार्य। हिंदी लेखक आर्थिक स्तर पर सामान्यत: इतना समर्थ नहीं होता कि आने-जाने, रहने-बसने, पढ़ने-लिखने और सामग्री जुटाने के साधन जुटा सके। पर मुझे लगता है कि आप कुछ करने की ठान लो, तो काम चलाने योग्य साधन जैसे-तैसे जुट...

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