विश्व दृष्टि
अमेरिकी कविताएं – डोरोथी लास्की, अनुवाद : मंजु श्रीवास्तव

अमेरिकी कविताएं – डोरोथी लास्की, अनुवाद : मंजु श्रीवास्तव

अनुवादक - मंजु श्रीवास्तवआकाशवाणी में उद्घोषणा के कार्य।कविता संग्रह : ‘हजार हाथ’।बांग्ला और अंग्रेजी से कई रचनाओं का अनुवाद। डोरोथी लास्की27 मार्च 1978 को जनमी डोरोथी लैस्की अमेरिका की एक महत्वपूर्ण कवयित्री और कोलंबिया विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनकी...

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अफगानी कहानी – बिखरा सपना : परंद

अफगानी कहानी – बिखरा सपना : परंद

हिंदी प्रस्तुति : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’कवि और अनुवादक।अद्यतन कविता संग्रह : ‘छिपेगा कुछ नहीं यहां’।विश्व काव्यों के अनुवादों के दो संग्रह ‘स्वतंत्रता जैसे शब्द’ और ‘जब उतरेगी सांझ शांतिमय’ और विश्व कथाओं और लेखों का संग्रह प्रकाशित ‘ये झरोखे उजालों के’। परंद...

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स्पेनी कहानी ‘एक विशाल कछुआ’ : होरासियो क्विरोगा, अनुवाद :शाईसता प्रवीण

स्पेनी कहानी ‘एक विशाल कछुआ’ : होरासियो क्विरोगा, अनुवाद :शाईसता प्रवीण

(1878-1937) कथाकार, नाटककार और कवि। अपने ज्वलंत, प्रकृतिपरक और आधुनिकतावादी गद्य के लिए प्रसिद्ध। उन्होंने ‘प्रेम पागलपन और मौत की कहानियाँ’, ‘जंगली’, ‘जंगल की कहानियां’ लिखीं।एक बार की बात है बुएनोस आयरेस1  में एक आदमी रहता था, वह बहुत खुश था क्योंकि वह एक स्वस्थ और...

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अमेरिकी कविताएं : मिमि जर्मन, अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ‘ऐतेश’

अमेरिकी कविताएं : मिमि जर्मन, अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ‘ऐतेश’

मिमी जर्मनअमेरिकी कवयित्री। प्रसिद्ध कविता संग्रह ‘बिनीथ द ग्रेवल वेट ऑफ स्टार्स’ और ‘व्येहर ग्रासेस बेंड’। हाल ही में उन्हें नेशनल बीट फाउंडेशन द्वारा ओरेगन की प्रथम बीट पोएट लॉरेट (2023-2025) नामित किया गया है।अस्तित्व यदि काट दिया जाएपुराने जैतून केपेड़ का तना भीतो...

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गाब्रिएल गार्सिया मार्केस की पांच लघुकथाएं : स्पेनी से अनुवाद : अश्वनी कुमार

गाब्रिएल गार्सिया मार्केस की पांच लघुकथाएं : स्पेनी से अनुवाद : अश्वनी कुमार

गाब्रिएल गार्सिया मार्केस(1927-2014) स्पेनिश भाषा के ऐसे रचनाकार थे जिनके जादुई यथार्थवाद ने समूची दुनिया के साहित्य को प्रभावित किया। उनके उपन्यास ‘एकाकीपन के सौ वर्ष’ को बीसवीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण कृतियों में शुमार किया जाता है।एकलगभग पांच साल का एक बच्चा, जिसने...

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हान कांग : कहानी अभी ख़त्म नहीं हुई – ‘बनाना राइटर्स’ के साथ एक साक्षात्कार

हान कांग : कहानी अभी ख़त्म नहीं हुई – ‘बनाना राइटर्स’ के साथ एक साक्षात्कार

एक सदी लंबे उपनिवेशवाद, अलगाववाद और तानाशाही के विरुद्ध लोकतंत्र के लिए संघर्ष से गुजरने के बाद दक्षिण कोरियाई लेखकों के पास लिखने के लिए अनगिनत अनसुनी कहानियां बची रही हैं और कलम में पर्याप्त स्याही भी। यही वजह है कि 2014 के लंदन पुस्तक मेले के केंद्र में ‘दक्षिण...

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हान कांग की कविता : दर्पण से झांकता शीत, अंग्रेजी से अनुवाद: उपमा ॠचा

हान कांग की कविता : दर्पण से झांकता शीत, अंग्रेजी से अनुवाद: उपमा ॠचा

हाल ही में नोबल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित पहली दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कॉग का जन्म 27 नवम्बर 1970 को ग्वांगजू में हुआ। बचपन से ही वह किताबों के बीच रहीं। शब्दों के संसार में... बाद में यही शब्द उन्हें ‘सियोल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट्स’ के क्रिएटिव राइटिंग विभाग की ओर...

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नोबेल विजेता ‘हान कांग’ से जेनी राइडन की बातचीत, अनुवाद और प्रस्तुति : उपमा ॠचा

नोबेल विजेता ‘हान कांग’ से जेनी राइडन की बातचीत, अनुवाद और प्रस्तुति : उपमा ॠचा

साक्षात्कार (10 अक्तूबर 2024। स्थान : साउथ कोरिया। हान कांग के घर में यह दिन दूसरे दिनों की तरह बीत रहा था। यानी शांत, मौन और चुपचाप! वह बस अभी-अभी अपने बेटे के साथ रात का खाना खत्म करके उठी थीं कि कोने में शांत रखा फोन घनघनाने लगा। हान ने कॉल रिसीव की, जो नोबल...

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फारसी कहानी ‘जला हुआ इसपंदान’ :मरियम शुजाई, अनुवाद :नासिरा शर्मा

फारसी कहानी ‘जला हुआ इसपंदान’ :मरियम शुजाई, अनुवाद :नासिरा शर्मा

मरियम शुजाई1953 में तेहरान में जन्म। ‘रंगे पाइज़’, ‘दसीसे ब्लाक 44’, ‘निशान-ए-बहार’, ‘माजराए खालाजान’ आदि रचनाएं। नासिरा शर्माहिंदी की चर्चित कथाकार। ईरानी समाज तथा राजनीति के अतिरिक्त साहित्य, कला और सांस्कृतिक विषयों की विशेषज्ञ। मैंने बर्तन धोने वाली मशीन से इसपंदान...

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अफगानी कहानी ‘तकिया’ : फरांगिस एलयासी, हिंदी प्रस्तुति : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’

अफगानी कहानी ‘तकिया’ : फरांगिस एलयासी, हिंदी प्रस्तुति : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’

कई सालों तक मैंने चैन की नींद ली। मैं हमेशा कहती कि यह मेरे तकिये की वजह से है। जैसे ही मैं उस तकिये पर सिर रखती, मुझे नींद आ जाती - इतनी गहरी नींद कि मुझे घड़ी में केवल रात के 10 बजे और सुबह 6 बजे का ही पता होता, उसके बीच के अंधेरे का मुझे कुछ भी नहीं मालूम। मुझे सुबह...

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हंगेरियान कविताएं :योनोस हाय, अनुवाद : इंदुकांत आंगिरस

हंगेरियान कविताएं :योनोस हाय, अनुवाद : इंदुकांत आंगिरस

यानोश हाय(1960)महत्वपूर्ण हंगेरियन कवि और लेखक। गद्य की 16 किताबें, कविता की 8 पुस्तकें और कई नाटकों के लेखक। बुदापेश्त में स्वतंत्र लेखन।कैसी जिंदगी जिंदा रहें या नहींमछलियां पानी मेंतैरती रहती हैं। फैसला कर लिया क्योंकि उसने फैसला कर लिया क्योंकिफैसला करना पड़ाकहा था...

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हंगेरियान कविताएं :योनोस हाय, अनुवाद : इंदुकांत आंगिरस

स्वाधीनता की कविताएं, अनुवाद : मंजु श्रीवास्तव

अनुवादक - मंजु श्रीवास्तवआकाशवाणी में उद्घोषणा के कार्य।कविता संग्रह : ‘हजार हाथ’।बांग्ला और अंग्रेजी से कई रचनाओं का अनुवाद। रवींद्रनाथ टैगोर (1861-1941) बांग्ला के महान भारतीय कवि।जहां चित्त में न हो भय जहां चित्त में न हो भय और सर रहे ऊंचाजहां ज्ञान हो मुक्तजहां...

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साइप्रसी कविताएं :नेसे येसेन, अंग्रेजी से अनुवाद  : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’

साइप्रसी कविताएं :नेसे येसेन, अंग्रेजी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’

हिंदी प्रस्तुति : बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’कवि और अनुवादक। अद्यतन कविता संग्रह ‘छिपेगा कुछ नहीं यहां’। विश्व साहित्य के अनुवादों के तीन संग्रह : ‘स्वतंत्रता जैसे शब्द’, ‘जब उतरेगी सांझ शांतिमय’ और ये झरोखे उजालों के।  बड़े शब्द जब कविता बोलेगी बड़े शब्दसारे हथियार हो जाएंगे...

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सपना : फ्रांत्स काफ्का, मूल जर्मन से अनुवाद : शिप्रा चतुर्वेदी

सपना : फ्रांत्स काफ्का, मूल जर्मन से अनुवाद : शिप्रा चतुर्वेदी

1984 से जर्मन भाषा की शिक्षक। जर्मन साहित्य के कई रचनाकारों का हिंदी में अनुवाद। एक निजी इंस्टीट्यूट में जर्मन भाषा का अध्यापन कर रही हैं। मैक्समूलर भवन के केंद्रीय विद्यालय प्रोजेक्ट के लखनऊ क्षेत्र की समन्वयक। फ्रांत्स काफ्का (3 जुलाई 1883 - 3 जून 1924) प्राग के...

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फ्रेंक ओ हारा, अनुवाद : उपमा ॠचा

फ्रेंक ओ हारा, अनुवाद : उपमा ॠचा

(1926-1966)। अपना परिचय ‘पोइट, नॉट ए पेंटर’ के तौर पर देने वाले  फ्रांसिस रसेल फ्रेंक ओ हारा एक अमरीकी लेखक, कवि और कला समीक्षक थे। उन्होंने आत्मकथात्मक लेखन के अतिरिक्त ‘न्यूयार्क स्कूल ऑफ पोयट’ के सबसे डायनमिक लीडर के रूप में भी नाम कमाया। प्रस्तुत है उनकी कविता ‘इन...

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फिलिस्तीनी कहानी ‘मरियम की याद में : रशाद आबू शावर

फिलिस्तीनी कहानी ‘मरियम की याद में : रशाद आबू शावर

1942 में फिलिस्तीन के ज़करैन नामक गांव में जन्म। 1948 में गांव पर इस्राइली आधिपत्य के उपरांत परिजनों सहित पलायन।फिलिस्तीनी मुक्ति संघर्ष के जुझारू योद्धा यासर अराफात के संगठन ‘फतह’ के अनेक उच्च पदों पर रहते हुए मुक्ति संघर्ष में योगदान। 1966 से लिखने की शुरुआत। अनेक...

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विस्लावा शिम्बोर्स्का (1923-2012), अनुवाद : सदानंद शाही

विस्लावा शिम्बोर्स्का (1923-2012), अनुवाद : सदानंद शाही

वरिष्ठ कवि, आलोचक और लोक साहित्य के विद्वान। ‘साखी’ पत्रिका के संपादक। रैदास के पदों का काव्यांतरण हाल में प्रकाशित। बनारस हिंंदू विश्वविद्याल के हिंदी विभाग के पूर्व-प्रोफेसर। पहली नज़र का प्यार वे दोनों मानते हैं किएक आकस्मिक से जुनून ने उन्हें जोड़ाऐसी सुनिश्चितता...

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ईरानी कविताएं :फारुग फरोख्जाद, अनुवाद :बालकृष्ण काबरा ‘ऐतेश’

ईरानी कविताएं :फारुग फरोख्जाद, अनुवाद :बालकृष्ण काबरा ‘ऐतेश’

हिंदी प्रस्तुति: बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’कवि और अनुवादक। कविता संग्रह ‘दूसरा चित्र’, ‘मन की स्याही’, ‘गीत अकवि का’ और ‘अपने-अपने ईमान’। अद्यतन कविता संग्रह ‘छिपेगा कुछ नहीं यहाँ’। विश्व साहित्य के अनुवादों के तीन संग्रह : ‘स्वतंत्रता जैसे शब्द’, ‘जब उतरेगी साँझ शांतिमय’...

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कैरोल एन डफी- (स्कॉटिश कविताएं) अनुवाद -बालकीर्ति कुमारी

कैरोल एन डफी- (स्कॉटिश कविताएं) अनुवाद -बालकीर्ति कुमारी

युवा कवयित्री। विविध पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित। संप्रति : स्वतंत्र लेखन कैरोल एन डफी(जन्म 1955) अंग्रेजी की प्रसिद्ध स्कॉटिश स्त्री स्वर। आत्मालाप शैली में प्रेम कविताओं के लिए प्रसिद्ध। इनकी कविताओं में समाज के हाशिए की आवाज प्रखर हुई है। ‘पोयट लारेट’ के रूप...

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बुल्गेरियाई कविताएं-अंग्रेजी से अनुवाद : दिविक रमेश

बुल्गेरियाई कविताएं-अंग्रेजी से अनुवाद : दिविक रमेश

दिविक रमेशसुप्रतिष्ठित कवि और लेखक। विविध विधाओं में लगभग 80 पुस्तकें प्रकाशित। साहित्य अकादेमी का बाल साहित्य पुरस्कार।स्टेंका पेंचेवा(1929 - 2014)। रेडियो सोफिया में संपादक के रूप में और नरोदना कुलटुरा अखबार में संवाददाता रहीं। निबंधों और लेखों की पुस्तकें भी...

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