विश्व दृष्टि
मैं ‘फेमिनिस्ट’ लफ़्ज़ को जानने से पहले ही ‘फेमिनिस्ट’ बन चुकी थी!

मैं ‘फेमिनिस्ट’ लफ़्ज़ को जानने से पहले ही ‘फेमिनिस्ट’ बन चुकी थी!

अरबी-भाषा के कई प्रकाशनों और न्यूयार्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन आदि के लिए नियमित लिखने वाली मोना एल्तहावी एक प्रमुख अमेरिकी आप्रवासी लेखिका और पत्रकार हैं।स्त्री अधिकारों की एक प्रबल समर्थक।इनकी रचनाओं में अरब संसार में स्त्री के स्थान और स्थिति का बयान...

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मेडागास्कर की कविताएं : जीन जोसेफ रेबियारिवेलो, अनुवाद राजेश कुमार झा

मेडागास्कर की कविताएं : जीन जोसेफ रेबियारिवेलो, अनुवाद राजेश कुमार झा

राजेश कुमार झा लेखक और अनुवादक। जीन जोसेफ रेबियारिवेलो जीन जोसेफ रेबियारिवेलो (1901-37) को 20वीं सदी के मेडागास्कर का महानतम कवि माना जाता है।उन्हें अफ्रीका के पहले आधुनिक कवि का दर्जा भी प्राप्त है।वे मालागासी तथा फ्रेंच में रचना करते थे।मेडागास्कर के अन्य कवियों के...

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फैसला : रूमी लश्कर बोरा, अनुवाद : देवेंद्र कुमार देवेश

फैसला : रूमी लश्कर बोरा, अनुवाद : देवेंद्र कुमार देवेश

सुपरिचित कवि।अद्यतन संपादित कहानी संग्रह ‘कोसी की नई जमीन’।साहित्य अकादेमी पूर्वी क्षेत्र के सचिव। रूमी लश्कर बोरा असमिया की सुपरिचित लेखिका एवं सामाजिक कार्यकर्ता।एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।जरूरत से कहीं अधिक ही सेवा की थी सिस्टर सुकन्या ने।ड्यूटी के लिए...

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नाबो-अश्वेत व्यक्ति जिसने फरिश्तों से प्रतीक्षा करवाई : गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़, अनुवाद : मंजुला वालिया

नाबो-अश्वेत व्यक्ति जिसने फरिश्तों से प्रतीक्षा करवाई : गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़, अनुवाद : मंजुला वालिया

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सेस्वैच्छिक सेवानिवृत्ति। वर्तमान में NGO ‘संवेदना’ और CAGE से संबद्ध। गैब्रिएल गार्सिया मार्केज़ (1928-2014) नोबेल पुरस्कार से सम्मानित विश्व प्रसिद्ध लैटिन अमेरिकी कथाकार।प्रसिद्ध उपन्यास है ‘एकांत के सौ वर्ष’ (वन हंड्रेड इयर्स ऑफ...

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सोच का एक दूसरा रास्ता हमेशा होता है : अब्दुलरजाक गुरना का विचारलोक

सोच का एक दूसरा रास्ता हमेशा होता है : अब्दुलरजाक गुरना का विचारलोक

लेखक और अनुवादक। यूनिवर्सिटी ऑफ केंट से अंग्रेजी और उत्तर-औपनिवेशिक साहित्य के रिटायर्ड प्रोफेसर अब्दुलरजाक गुरना का जन्म 1948 में तंजानिया के जंजीबार में हुआ था| 1960 के दशक में परिस्थितियों ने उनके नाम के साथ शरणार्थी की पहचान जोड़ दी| उसी पहचान को लेकर वे यूनाइटेड...

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जार्जियन कवयित्री इका केवनिशविली की कविता : अनुवाद अवधेश प्रसाद सिंह

जार्जियन कवयित्री इका केवनिशविली की कविता : अनुवाद अवधेश प्रसाद सिंह

लेखक, भाषाविद और अनुवादक। जार्जियन कवयित्री इका केवनिशविली पेशे से पत्रकार हैं, जो मानवाधिकार के क्षेत्र में विशेष रूप से सक्रिय हैं। उनके चार कविता-संग्रह, एक कहानी संग्रह और कई निबंध प्रकाशित हो चुके हैं। कई पुरस्कारों से सम्मानित।आज मेरे पति देर रात घर आने वाले...

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स्वप्न : लैंग्स्टन ह्यूज़, अनुवाद : महिमा श्रीवास्तव

स्वप्न : लैंग्स्टन ह्यूज़, अनुवाद : महिमा श्रीवास्तव

लैंग्स्टन ह्यूज़  (1901- 1967) अमरीकी कवि, सामाजिक कार्यकर्ता, उपन्यासकार और नाटककार।जाज़ कविता के प्रारंभकर्ताओं में से एक।स्वप्नों को कसके पकड़े रखो क्योंकि यदि स्वप्न मरे तो जीवन एक कटे परवाली चिरैया है जो उड़ नहीं सकती स्वप्नों को पकड़े रखो क्योंकि जब स्वप्न चले...

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अफ़गानिस्तान की कविताएं

अफ़गानिस्तान की कविताएं

1अफ़गानिस्तान की बेटी : नदिया अंजुमन (1980-2005) मैं नहीं चाहती कि अपनी जुबां खोलूंआख़िर खोल भी लूं, तो बोलूंगी क्या?(क्योंकि) मैं वो हूं, जिससे उसकी उम्र भी नफरत करती रहेगी ताउम्रभले मैं कुछ बोलूँ या नहींमेरी उम्र मुझसे करती रहेगी नफरत ताउम्र मैं कैसे गाऊं गीत शहद...

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अमेरिकी कविताएं : एलिस वॉकर, अनुवाद : प्रोमिला

अमेरिकी कविताएं : एलिस वॉकर, अनुवाद : प्रोमिला

अनुवाद, नाटक और रंगमंच में विशष रुचि। अंग्रेजी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद में असिस्टेंट प्रोफेसर। एलिस वॉकर 1944 में अमेरिका में जन्मी एलिस वॉकर आज की एक प्रसिद्ध कवयित्री और कथाकार हैं। 1983 में इन्होंने ‘नारीवाद’ शब्द की परिल्पना प्रस्तुत की थी। इन्हें...

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स्वप्न : लैंग्स्टन ह्यूज़, अनुवाद : महिमा श्रीवास्तव

स्वप्न : लैंग्स्टन ह्यूज़, अनुवाद : महिमा श्रीवास्तव

महिला रोग चिकित्सक, वरिष्ठ आचार्य लैंग्स्टन ह्यूज़  (1902- 1967) अमरीकी कवि, सामाजिक कार्यकर्ता, उपन्यासकार और नाटककार।जाज़ कविता के प्रारंभकर्ताओं में से एक। स्वप्नों को कसके पकड़े रखो क्योंकि यदि स्वप्न मरे तो जीवन एक कटे परवाली चिरैया है जो उड़ नहीं सकती स्वप्नों...

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कहो हां या ना : तोबियस वुल्फ़, अनुवाद : उपमा ऋचा

कहो हां या ना : तोबियस वुल्फ़, अनुवाद : उपमा ऋचा

पिछले एक दशक से लेखन में सक्रिय। संप्रति स्वतंत्र पत्रकार और अनुवादक तोबियस वुल्फ 19 जून 1945 को जन्मे तोबियस वुल्फ़ एक अमेरिकन राइटर और क्रिएटिव राइटिंग टीचर हैं। कहानियों लिखने के साथ-साथ वुल्फ़ ने संस्मरण और उपन्यास भी लिखे हैं। लेकिन ख़ासतौर पर वे अपने संस्मरणों के...

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महामारी के बीच जीवन- दो कविताएं, अनुवाद : उपमा ऋचा

महामारी के बीच जीवन- दो कविताएं, अनुवाद : उपमा ऋचा

आर्थर वाली 19 अगस्त 1889-27 जून 1966इंग्लिश प्राच्य विद्वान, चीनी भाषाविद एवं अनुवादकसेंसरशिप मुश्किल नहीं हैपरदेस की खबरों को सेंसर करनाअलबत्ता मुश्किल हैखुद अपने ख्यालों को सेंसर करनाचुपचाप बैठे रहनाऔर देखना अंधे घोड़े पर सवार बूढ़े कोजो देख नहीं सकतामगर फिर भी दौड़ा...

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जार्जियन कवयित्री इका केवनिशविली की कविता : अनुवाद अवधेश प्रसाद सिंह

जार्जियन कवयित्री इका केवनिशविली की कविता : अनुवाद अवधेश प्रसाद सिंह

लेखक, भाषाविद और अनुवादक। जार्जियन कवयित्री इका केवनिशविली पेशे से पत्रकार हैं, जो मानवाधिकार के क्षेत्र में विशेष रूप से सक्रिय हैं। उनके चार कविता-संग्रह, एक कहानी संग्रह और कई निबंध प्रकाशित हो चुके हैं। कई पुरस्कारों से सम्मानित। आज मेरे पति देर रात घर आने वाले...

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अमांडा गोरमन की कविता : अनुवाद अवधेश प्रसाद सिंह

अमांडा गोरमन की कविता : अनुवाद अवधेश प्रसाद सिंह

लेखक, भाषाविद और अनुवादक। अमेरिकी कवयित्री और सामाजिक कार्यकर्ता। मुख्यतः शोषण, नस्लवाद, स्त्री विमर्श, हाशिए के लोगों पर केंद्रित रचनाएं। ‘द वन फॉर हूम फूड इज नॉट इनफ’ प्रसिद्ध रचना। राष्ट्रीय युवा कवयित्री के रूप में चयन। 2021 में बाइडेन के राष्ट्रपति पद के शपथ...

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कोरोना काल की अमरीकी कविताएं, अनुवाद : उपमा ॠचा

कोरोना काल की अमरीकी कविताएं, अनुवाद : उपमा ॠचा

लेखक और अनुवादक। एलिज़ाबेथ बिशप अमरीकन लेखिका एवं कवयित्री। 1956 में पुलित्ज़र प्राइज़, 1970 में नेशनल बुक एवार्ड और 1976 में इंटरनेशनल प्राइज़ फॉर लिटरेचर से सम्मानित। एक कला खोने की कला में सिद्धहस्त होना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है कितनी सारी चीजें खो जाने के इरादे से इस...

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जापानी कहानी : फैक्टरी टाउन

जापानी कहानी : फैक्टरी टाउन

बेत्सुयाकू मिनोरु युद्धोपरांत जापान के एक प्रमुख नाटककार, उपन्यासकार और लेखक। जापान में ‘एब्सर्ड थियेटर की स्थापना में सहायक।अंग्रेजी से हिंदी रूपांतरण : विजय शर्मा प्रमुख समीक्षक और अनुवादक। आलोचना पुस्तक  : ‘क्षितिज के उस पार से’ एक दिन, बस यूं ही, एक छोटी-सी...

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ईरानी कहानी इंतजार : सईद यवाकोल

ईरानी कहानी इंतजार : सईद यवाकोल

अंग्रेजी से हिंदी रूपांतरण : विजय शर्मा प्रमुख समीक्षक और अनुवादक। आलोचना पुस्तक  : ‘क्षितिज के उस पार से’ हर महीने की तरह वह अपने बेटे के पास आया है। खाली कमरे में अकेले बैठे हुए वह अपने मोटे शीशे के चश्में से ईरानी कालीन की पुरानी आत्मा में बुने हुए बदरंग फूलों को...

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माया एंजेलो की कविता सुबह  की नब्ज पर, अनुवाद : बालमुकुंद नंदवाना

माया एंजेलो की कविता सुबह की नब्ज पर, अनुवाद : बालमुकुंद नंदवाना

कवि और अनुवादक। बहुत पहले नष्ट हो चुकी प्रजातियों के मेजबान-एक चट्टान, एक नदी, एक वृक्ष,जिन पर मैस्टोडॉन ने छाप छोड़ीडायनासोर, जिन्होंनेहमारे ग्रह परअपने अस्तित्व केशुष्क प्रमाण छोड़ेउनकी त्वरित विनाश की व्यापक चेतावनीयुगों के धुंधलके में कहीं खो हो गई हैलेकिन आज,...

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बंदूक की नोक पर जीत हासिल नहीं की जा सकती : फौजिया कूफी

बंदूक की नोक पर जीत हासिल नहीं की जा सकती : फौजिया कूफी

अफगानिस्तान नेशनल असेंबली की प्रथम महिला उपराष्ट्रपति, राजनीतिज्ञ, स्त्री अधिकारों के लिए आंदोलन करने वाली। दोहा शांति बैठक में तालिबानियों के साथ बात-चीत करने वाले दल की प्रमुख सदस्य हैं फौजिया कूफी। इनका साक्षात्कार लिया है आनंदबाजार पत्रिका की संवाददाता अग्नि राय...

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लैंग्स्टन ह्यूज की कविता फ्रीडम ट्रेन : अनुवाद बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’

लैंग्स्टन ह्यूज की कविता फ्रीडम ट्रेन : अनुवाद बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’

लैंग्स्टन ह्यूज़ (जीवनकाल : 1902-1967) : अमेरिका के प्रसिद्ध लोकप्रिय अश्वेत कवि। उन्होंने अपने विजन के प्रति ईमानदार रहते हुए अश्वेत-अमरीकी अनुभवों पर लगातार लेखन किया। बालकृष्ण काबरा ‘एतेश’ : कवि और अनुवादक। 400 से अधिक विश्व कविताओं का हिंदी अनुवाद। कविता संग्रह...

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