वरिष्ठ कवि। विभिन्न विधाओं की कुल बारह पुस्तकें प्रकाशित। सेवानिवृत्ति के बाद स्वतंत्र लेखन और भ्रमण।

1.
खंभों पर टिकी रहेगी छत
तो बचे रहेंगे दोनों
छत और खंभे
बची रहेगी मिट्टी भी
खंभों के नीचे की
पीढ़ियों के साथ
पीढ़ियों तक
बची रहेगी कहावत
कि दूसरों की भलाई
अपनी भलाई से
अलग मत रखना।

2
रोज सुबह
सुंदर साफ़ हाथों में पुरुषों के
औरतें सहेज देती हैं चुपचाप
रोटियों की पोटली
और रिश्तों की गरमाहटें
वापस लौटते हैं वे
देर गए शाम
चुपचाप थके कदमों
खाली पोटली संभाले
रिश्तों की गरमाहटों में
तब उनके गंदे हाथ
और भी खूबसूरत लगते हैं!

3
कमरे में कुल तीन थे
औरत, मोमबत्ती और आदमी
कमरे की हवा ने औरत से पूछा-
तुम कौन हो?
औरत ने कहा- मोमबत्ती
फिर हवा ने मोमबत्ती से पूछा-
तुम कौन हो?
मोमबत्ती ने कहा- औरत
अब हवा आदमी की तरफ मुड़ी
वह माचिस सा गंधाता हुआ
मक्कारों वाली मुस्कराहट फेंक रहा था
हवा ने उससे
कुछ नहीं पूछा!

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