युवा कवयित्री। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं प्रकाशित। संप्रति- शिक्षार्थी।

किसका इंतज़ार है

हम सबको मरना है एक दिन
चलो न जी लेते हैं थोड़ा
ऐसे उदास रहकर भी क्या जीना
थोड़ा फूलों से भी सीखो न
मुरझाने से पहले
लू भरी धूप में भी खिला खिला रहना

इतना भी उदास न रहो
जानते हुए कि कोई मनाने वाला नहीं
खुश रहने के लिए
तुम्हें किसी का इंतजार नहीं करना चाहिए
जैसे तितलियाँ अपनी खुशी का इज़हार
फूलों से करती हैं
तुम्हें भी करना चाहिए
अपनी डायरी से, अपने बगीचे से और खुद से

तुम फूलों से मुहब्बत कर सकते हो
लेकिन रोक नहीं सकते उसे मुरझाने से
तुम तारों को निहार सकते हो
पर दिन की रोशनी में नहीं
प्रेम एक तारा ही तो था जो टूट गया
किसी की मन्नत पूरी हुई
किसी की कविता का बिंब बनकर रह गया

कितने खुशनसीब हो तुम जो लिखते हो कविता
टूटी-फूटी ही सही पर लिखते रहना
यह तुम्हें उदास नहीं होने देगी
होने से पहले जान लो अगर तुम हुए
तुम्हारा ईश्वर रूठ जाएगा तुमसे
तुम्हारे पेड़ मूर्छित हो जाएंगे
पक्षी बदल लेंगे अपना रास्ता
तुम्हारी मुंडेर हो जाएगी उनके लिए अपरिचित

तुम कभी नहीं चाहोगे
तुम्हारी उदासी इन सबकी वजह बने
फिर मुस्कराओ न
किसका इंतजार है?

प्रेम पाने की चाहत से दुख होता है

सुबह के सपने उतने ही सच होते हैं
जितने छुपे हुए तारों का सच
जिस बिस्तर पर मैंने दशकों सपने देखे
एक दिन छूट गया मां ने कहा
आंसू और तकिये का संबंध स्थापित करते हुए
अपनी गोद में रखते ही टूट गई बांध नदी की

मैं डूबने लगी किनारे में
जबकि बीच धार में डूबने से बचाते हैं लोग
मैंने पूछा था उनसे
क्या कभी उन्हें भी हुआ था किसी से प्रेम
उन्होंने कहा फिर जीवन में वसंत नहीं आता
क्या हुआ मां? ठीक हूँ मेरे बच्चे!
जिस दिन से माएं
अपने बच्चों से कहेगी अपना दुख
उनकी छाती के जख्म कुछ कम होंगे
उनके तकिये से आंसू की महक दूर होगी
उनका बिस्तर उनके दुख के भार से मुक्त होगा

कल गर मेरे बच्चे पूछेंगे मेरे प्रेम के बारे में
मैं कहूंगी हां
कहूंगी तुम भी खूब करना प्रेम
कि प्रेम एक खूबसूरत एहसास है, संबंध है
जिनके अनाम होने पर भी
शक की कोई बुनियाद नहीं होती
जो कहते हैं प्रेम दुखों का नाम है
उनके लिए कहना चाहती हूँ
प्रेम करने से दुख नहीं होता
प्रेम पाने की चाहत से दुख होता है
वसंत यौवन है पूरे साल का
हर बार लौटता है
मेरे बच्चे!
तुम भी लौटना
चले जाने के लिए ही बेशक
पर मिलने की उम्मीद लिए आना बार-बार।

संपर्क :ग्राम+ पोस्टमेघौल, थानाखोदावंदपुर, बेगूसराय848202 बिहार मो. 8102379981