1-थोड़ा–सा उजाला (कविताएं और टिप्पणियां) : अशोक वाजपेयी
वाणी प्रकाशन, दिल्ली : मूल्य : 399 रुपए
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान अशोक वाजपेयी की रचनात्मकता और चिंताएं इस पुस्तक में है। लॉकडाउन में भले ही सबकुछ थम गया था, मगर कलम का कारोबार जारी था। पाठक इस पुस्तक के साथ अपनी संवेदना महसूस करेंगे।
2-सितारों में सूराख (उपन्यास) : अनिलप्रभा कुमार
भावना प्रकाशन, दिल्ली : मूल्य : 195 रुपए
अमेरिका की आप्रवासी कथाकार के इस उपन्यास में मिलीजुली संस्कृति की समस्याओं और आधुनिक जीवन का यथार्थपरक चित्रण है। कलात्मक दृष्टि से प्रवासी हिंदी लेखन की एक श्रेष्ठ उपलब्धि।
3- दामोदर खड़से : शब्दों की दहलीज पर (जीवनी), संपादक : सुनील देवधर/राजेंद्र श्रीवास्तव
भावना प्रकाशन, दिल्ली ः मूल्य ः 600 रुपए
मध्यवर्गीय जीवन को अपने साहित्य में स्थान देनेवाले एक संवेदनशील, सरल और निरंतर सक्रिय व्यक्तित्व पर लेखकों ने बड़ा ही हार्दिक विश्लेषण किया है। इसमें दामोदर खड़से से पठनीय साक्षात्कार भी हैं।
4- अथर्वा : मैं वही वन हूँ (काव्यात्मक आख्यान) : आनंद
नयी किताब, दिल्ली : मूल्य : 495 रुपए
वैदिक मिथकों से लेकर इतिहास की पुरानी-नई घटनाओं का काव्यात्मक आख्यान एक बृहद फलक पर है। अनुमति और दर्शन के मेल के साथ जीवन और जगत का एक अनोखा रूपक। कृति अपनी प्रगल्भ भाषा से खास आकर्षित करती है।
5- किस्सागोई (कविता संग्रह) : देवेन्द्र मोहन
संभावना प्रकाशन, हापुड़ : मूल्य : 300 रुपए
प्रेम, प्रकृति और जीवन के विभिन्न विषयों पर कविताओं का एक पठनीय संकलन है। एक पत्रकार के रूप में जीवन के विस्तृत अनुभवों से गुजरते हुए बिंबों और प्रतीकों के अनोखे शिल्प में रचनाएं एक खास मिजाज को व्यक्त करती हैं।