1-कहानी का ताना–बाना (लेख) :जोगिन्दर पॉल
अनुवाद और संपादन :अबु ज़हीर रब्बानी/पुण्य प्रकाश त्रिपाठी
वाणी प्रकाशन, दिल्ली : मूल्य :299 रुपये
प्रसिद्ध कथाकार के ऐसे आलोचनात्मक लेख हैं, जिनमें चिंतन पक्ष प्रबल है| यह कथा लेखन और जीवन के संबंध में अनुभवों का अनोखा दस्तावेज है| लेखक ने कथा लेखन की प्रक्रिया को अपने खास नजरिए से देखा है|
2-बस्तर बस्तर (उपन्यास) :लोकबाबू
राजपाल, दिल्ली : मूल्य :450 रुपये
यह बस्तर की जिंदगी और संघर्ष की मार्मिक गाथा है| अरण्य में कसमसाते आदिवासियों की पीड़ाओं और आशाओं को उभारने की कोशिश है यह उपन्यास|
3-बर्फ के फूल (प्रेम कहानियां) :जया जादवानी
संपादन :मनीषा कुलश्रेष्ठ
शिवना प्रकाशन, सीहोर : मूल्य :250 रुपये
इन कहानियों में प्रेम एक अबाध अंतः सलिला है| अनूठे दृश्य, रूहानी संवाद, जादुई भाषा जया जादवानी की कहानियों की विशेषता है| इनमें प्रेम के बरक्स प्रकृति का अवलंबन अद्भुत रूप से अभिव्यक्त हुआ है|
4-राष्ट्र राष्ट्रीयता नवराष्ट्रीयता (आलोचना) :के. वनजा
वाणी प्रकाशन, दिल्ली : मूल्य :495 रुपये
यह राष्ट्र राष्ट्रीयता और नवराष्ट्रीयता की अवधारणा को परिभाषित करने की एक सार्थक आलोचनात्मक कोशिश है| नवराष्ट्रीयता कीमानसिक प्रवृत्ति की समसामयिक विवेचना है|
5-नयी परम्परा की खोज (आलोचना) :शिव कुमार यादव
लोकभारती प्रकाशन, दिल्ली : मूल्य :150 रुपये
21 वीं सदी की हिंदी कविता में संवेदनात्मक और रूपगत परिवर्तनों को सुचिंतित ढंग से रेखांकित करती है यह किताब| इसमें सभ्यता और संस्कृति के द्वंद्व के कई आलोचनात्मक चित्र हैं| दलित, स्त्री और आदिवासी हिंदी कविता का तार्किक विश्लेषण है|