1918 में पूरी दुनिया में एक विकट महामारी फैली थी, जिसमें लगभग 5 करोड़ लोग मारे गए थे। यह पहले विश्वयुद्ध का बड़ा निर्मम उपहार था। इसका असर भारत पर भी पड़ा था और इस देश में करीब डेढ़ करोड़ लोग मारे गए थे। उसके लगभग सौ साल बाद दुनिया फिर एक महामारी झेल रही है। इस पर चर्चा होनी चाहिए कि दुनिया के लोग ऐसे महाविनाश से क्या शिक्षा लें। फिलहाल अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों की 1918 की महामारी के कुछ चित्र यहां साभार दिए जा रहे हैं!

स्पैनिश फ्लू 1918 के दौरान कैंप फंस्टन (अमेरिका) के हॉस्पिटल वार्ड

वाल्टर रीड हॉस्पिटल, वाशिंग्टन, 1918

रेड क्रॉस वोलेंटीयर्स, बोस्टन

वाल्टर रीड हॉस्पिटल, वाशिंग्टन, 1918

माहमारी के दौरान अख़बारों में मास्क पहनने के लिए प्रेरित करते विज्ञापन प्रकाशित हुए.

अख़बारों के जरिए लोगों से सफ़ाई और हाथ धोने की अपील.

1918 की फ्लू महामारी से भारी तादाद में लोग पीड़ित हुए

प्रथम विश्व युद्ध से लौटने वाले सैनिक अपने साथ इन्फ्लूएंजा को भी बॉम्बे ले आए थे। उनमें से कई का इलाज लेडी हार्डिंग अस्पताल में किया गया।