श्रद्धांजलि मंगलेश डबराल मल्टीमीडिया | 4 comments रचना : वर्णमाला रचनाकार : मंगलेश डबराल आवृत्ति एवं प्रस्तुति : मधु सिंह वागर्थ, भारतीय भाषा परिषद कोलकाता. मधु सिंह Facebook Twitter WhatsApp Email Print 4 Comments संजय जायसवाल on January 25, 2021 at 3:43 pm मंगलेश डबराल की स्मृति को नमन।कवि को विनम्र श्रद्धांजलि Reply Usmita Gouda on January 27, 2021 at 11:15 am बहुत ही सुंदर प्रस्तुति💐🙏 Reply SanjayPradhan on February 9, 2021 at 7:24 pm शब्दों के जादूगर मंगलेश डबराल जी को विनम्र श्रंद्धाजली Reply SUNIL SAH on January 30, 2021 at 4:31 pm शुक्रिया! मंगलेश जी की यह कविता पहले भी पढ़ा चुका हूँ. यहाँ वीडियो में संदर्भित तस्वीरों के साथ पढ़ने पर ऐसा लगता है कि एक नये श्रोता भी आसानी से अनुमान लगा लेगा कि आखिर लेखक ऐसा क्यों लिखने लगते हैं! बहुत हीं मार्मिक!! 🙏 Reply Submit a Comment Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ
संजय जायसवाल on January 25, 2021 at 3:43 pm मंगलेश डबराल की स्मृति को नमन।कवि को विनम्र श्रद्धांजलि Reply
SanjayPradhan on February 9, 2021 at 7:24 pm शब्दों के जादूगर मंगलेश डबराल जी को विनम्र श्रंद्धाजली Reply
SUNIL SAH on January 30, 2021 at 4:31 pm शुक्रिया! मंगलेश जी की यह कविता पहले भी पढ़ा चुका हूँ. यहाँ वीडियो में संदर्भित तस्वीरों के साथ पढ़ने पर ऐसा लगता है कि एक नये श्रोता भी आसानी से अनुमान लगा लेगा कि आखिर लेखक ऐसा क्यों लिखने लगते हैं! बहुत हीं मार्मिक!! 🙏 Reply
मंगलेश डबराल की स्मृति को नमन।कवि को विनम्र श्रद्धांजलि
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति💐🙏
शब्दों के जादूगर मंगलेश डबराल जी को विनम्र श्रंद्धाजली
शुक्रिया! मंगलेश जी की यह कविता पहले भी पढ़ा चुका हूँ. यहाँ वीडियो में संदर्भित तस्वीरों के साथ पढ़ने पर ऐसा लगता है कि एक नये श्रोता भी आसानी से अनुमान लगा लेगा कि आखिर लेखक ऐसा क्यों लिखने लगते हैं! बहुत हीं मार्मिक!! 🙏