विद्याभूषण
कलम को तीर होने दो (लेख संग्रह)
ग्रंथ अकादमी, नई दिल्ली, मूल्य:300 रुपये
प्रस्तुत पुस्तक सृजन और विचार के संदर्भ में, केंद्र और हाशिए के बीच के फासलों पर खोजी नजर डालती है। पुस्तक के लेख मुख्यतः विकास, संस्कृति, राजनीति और साहित्य के विषय से जुड़े हैं।

फरीद खां
गीली मिट्टी पर पंजों के निशान (कविता संग्रह)
सेतु प्रकाशन, नोएडा, मूल्य :300 रुपये
इन कविताओं की जड़ें कवि के लंबे जीवन में हैं। ये फासिज्म के खिलाफ आवाज हैं। अपनी अर्थव्यापकता में काफी दूर तक ले जाती हैं ये कविताएं।

चयन व भूमिका : रश्मि रावत
दिनेश कर्नाटक की प्रतिनिधि कहानियां
समय साक्ष्य प्रकाशन, देहरादून, मूल्य :275 रुपये
इन कहानियों के किरदार और विषय अपने समय और समाज के प्रति एक जिम्मेदार कहानीकार के हाथों सृजित हैं। कहानियों में सामाजिक जीवन से गहरा सरोकार और प्रभाव डालने की क्षमता है।

राजेश कुमार
द लास्ट सैल्यूट(नाटक)
वाणी प्रकाशन, दिल्ली, मूल्य :299 रुपये
यह नाटक अमेरीकी संदर्भ में पॉलिटिकल विचारधारा पर आधारित है। यह चर्चित रिपोर्टर मुन्तजर अली के आत्मसंघर्ष के बहाने अमेरिकी सभ्यता को अनावृत करता है।

प्रबोध कुमार गोविल
टापुओं पर पिकनिक(उपन्यास)
किताबगंज प्रकाशन, गंगापुर सिटी, मूल्य :500 रुपये
यह उपन्यास मेडिकल पेशे में धनलिप्सा को अनावृत करता है। यह पांच दोस्तों की कहानी है जो एक ही शहर में पढ़ते हुए एक साथ बड़े होते हैं। उन्हीं में से एक दोस्त के पिता डॉक्टरी के पेशे में होते हुए गलत और अनैतिक कार्यों से बेशुमार धन कमाते हैं। उन्हें रोकने के लिए लड़के एकजुट प्रयास करते हैं।