कवयित्री और शिक्षिका| उत्तरकाशी के एक शिक्षक संस्थान में|
उत्तराधिकारी
अपने बारे में बताना बहुत जरूरी हुआ तो मैं
अपने बच्चों को अपनी दोस्ती के बारे में बताऊंगी
अपनी यात्राओं और गलतियों के बारे में बताऊंगी
अपने असफल पे्रम के बारे में बात करूंगी
पर नहीं करूंगी अपने किसी नए पुराने दुश्मन का जिक्र
मैं उन्हें अपनी लड़ाइयों का हथियार नहीं बनाऊंगी
मेरे बच्चे मेरी दोस्ती और प्रेम के उत्तराधिकारी हैं|
बुरे सपने
बचपन में जब कभी कोई बुरा सपना देख डर जाती
चुपके से पापा के पास जा बनियान पकड़ के सो जाती
कितना ही बुरा क्यों न हो कोई सपना
पापा के करीब फटक नहीं सकता था
क्या हुआ?
कोई बुरा सपना देखा? पूछते थे पापा
सो जाओ मैं हूं पास तुम्हारे
कहकर सिर पर हाथ फेरते थे|
बुरे सपने अभी भी आते हैं
बुरे सपनों ने डर के नए-नए एपिसोड बना दिए हैं
इनके डर से नींद आती ही नहीं
और थोड़ी बहुत जब आती है तो
इनके स्याह हाथ गला दबोचने लगते हैं
मुझे छटपटाता देख नींद में ही पूछते हैं पापा
क्या हुआ? फिर कोई बुरा सपना देखा
पूछते हुए उनकी आवाज में एक विनती होती है
सब कुछ ठीक सुनने की विनती
जबकि वे जानते हैं, कुछ भी ठीक नहीं है
सब ठीक है पापा! सो जाओ
तुम हो न मेरे पास, मैं कहती हूँ
दूर सोए पापा यह जान ही लेते होंगे
आधी रात को टूटी नींद के बाद
फिर से सोने की कोशिश करते होंगे।
सवाल
राजा बोला, सवाल पूछना मना है
मंत्री बोले, सवाल पूछना मना है
राजा के मित्र बोले, सवाल पूछना मना है
बड़े बूढ़े आदमी औरत सब बोले
सवाल पूछना मना है
बच्चे बोले, लेकिन सवाल पूछना क्यों मना है?
संपर्क : द्वारा श्री बी डी चमोली, चमोली सदन – ऋषिराम शिक्षण संस्थान जोशियाड़ा के सामने (कालेश्वर मंदिर मार्ग पर), जोशियाड़ा, उत्तरकाशी-249193 (उत्तराखंड)