कविता : रात में वर्षा
कवि : सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
कविता पाठ :सुशील कान्ति
ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु
दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा
प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद कोलकाता
कविता : रात में वर्षा
कवि : सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
कविता पाठ :सुशील कान्ति
ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु
दृश्य संयोजन : उपमा ऋचा
प्रस्तुति : वागर्थ, भारतीय भाषा पारिषद कोलकाता
क्या सुंदर संयोजन
वाह,,, यकीनन
वर्षा की बुंदनियों से मन को भिगोती सुंदर कविता।
लाज़वाब दृश्यांकन,सुंदर पाठ।
अरुण सातले खण्डवा मध्य प्रदेश