युवा कवि।विभिन्न पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित।
हमें ईश्वर नहीं प्रेम चाहिए
दो लोग हाथ पकड़े हुए चलते हैं
उन्हें ईश्वर नहीं प्रेम चाहिए
वे चाहते हैं प्रेम करना
उन्हें ईश्वर की याद दिलाई जाती है
प्रेम में ईश्वर का होना
जरूरी है कि नहीं
यह हम नहीं
वे जोड़े तय करेंगे
जिन्होंने प्रेम को ही ईश्वर समझा है।
थामना
जब भी कोई गिरे
बच्चे तुम थाम लेना उसका हाथ
कुछ दूर तक चलना उसके साथ
उसे बार बार दिलाशा दिलाना कि
कोई नहीं तो तुम होगे
जीवन भर उसके साथ
सड़क किनारे जाते हुए
यदि किसी लड़की के फटे कपड़े देखना
आंखें चुराकर भाग नहीं जाना बच्चे
उसे ढकने का प्रयास करना
किसी को यदि चोट लग गई हो
या अधमरा होकर सड़क पर
गिड़गिड़ा रहा हो तो
बच्चे तुम उसे एकदम अकेला नहीं छोड़ना
उसे अस्पताल पहुंचाना
यह सब करते हुए
तुम्हें याद रखना होगा कि
थामना केवल एक क्रिया नहीं है।
संपर्क : ग्राम–पटखौली, पोस्ट–बभनौली पांडेय, जिला–देवरिया–२७४५०२ उत्तर प्रदेश मो.९५५४५०५९४७