युवा कवि।माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल से बीए पत्रकारिता एवं सृजनात्मक लेखन विषय में अध्यनरत।
विदा
जब हम विदा लें
तो थोड़ा सा अभिनय बचा रहे
कम से कम इतना कि
अचानक रास्ते में टकरा जाएं तो
चाय खत्म होने तक
एक दूसरे का साथ वहन कर सकें
साझा कर सकें एक दूजे से अपनी पीड़ा
कहीं न कहीं इतना विश्वास बचा रहे
बचा रहे थोड़ा सा सम्मान
कि किसी तीसरे को ज्ञात न हो पाए
हमारे दरमियान ये दूरी
अंततः
कुछ मैं बचा रह जाऊं तुममें
और मुझमें भी
बची रहो
थोड़ी सी तुम।
संपर्क :सी ४, कम्फर्ट रेसिडेंसी, तुलसी नगर, न्यू अशोका गार्डन, भोपाल, मध्यप्रदेश–४६२००८ मो.७६९७२२२११६