‘कैसी लगी बिटिया, भाई साहब?’

‘सब ठीक ही है…’

‘तो रिश्ता पक्का समझें..?’

‘हां…लेकिन…?’

‘लेकिन क्या भाई साहब…?’

‘नाक-नक्श, चाल-ढाल, बात-व्यवहार वगैरह तो बहुत अच्छा है।बस एक ही कमी है बिटिया रानी में।’

‘अब कौन सी कमी है भाई साहब?’

‘बात करते समय उसकी आंखें नीची नहीं होतीं।’ लड़के के बाप ने कहा।

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Painting : Etan Pavavalung