आदिवासी गीत

ओ! हमारी धरती माता, ओ! हमारे पिता आकाश
हम आपके बच्चे हैं
और अपनी पीठ पर लाद कर लाए हैं
आपके लिए उपहार
जिसे आप पसंद करते हैं
जिससे आप बुनें हमारे लिए एक चमकदार वस्त्र
जिसके ताने हों सुबह के लाल आलोक
जिसके बाने हों संध्या के रक्तिम प्रकाश
जिसके कोर हों बारिश की गिरती धारा
जिसके किनारे हों सदा चमकते इंद्रधनुष
इस प्रकार बुनो हमारे लिए एक चमकदार वस्त्र
जिसे पहनकर हम घूमें वहां
जहां चिड़ियां गाती हैं
जिसे पहनकर हम घूमें वहां जहां हरी घास है
ओ! हमारी धरती माता, ओ! हमारे पिता आकाश।

अनुवाद :अवधेश प्रसाद सिंह