हिंदी साहित्य के कालजयी रचनाकार उपेंद्रनाथ अश्क के जन्मदिन के अवसर पर उनके अल्पज्ञात कवि रूप को समर्पित वागर्थ की विशेष प्रस्तुति.
रचना : जा तू अपनी राह बटोही
रचनाकार : उपेंद्रनाथ अश्क
आवृत्ति : आयुष श्रीवास्तव
ध्वनि संयोजन : अनुपमा ऋतु, संपादक अबे कलजुग! हिंदी की पहली ऑडियो-विजुअल मैगजीन
दृश्य संयोजन एवं संपादन : उपमा ऋचा, मल्टीमीडिया संपादक वागर्थ
प्रस्तुति : वागर्थ भारतीय भाषा परिषद् कोलकाता
बहुत प्रभावी आवृत्ति।दृश्य और ध्वनि का उम्दा संयोजन।ऐसे अभिनव प्रयोग और प्रस्तुति की पहल वागर्थ पत्रिका की पहचान बनती जा रही है।अपने समय के बदलावों को शामिल करते हुए पत्रिका का यह नवाचार प्रशंसनीय है।सभी को बधाई ।
अतिसुन्दर प्रस्तुति।बधाई।