युवा कवि, अनुवादक।कविता संग्रहतुम्हारे लिए

दुन्या मिखाइल 1965 में जन्मी दुन्या मिखाइल अरबी भाषा की इराकी कवि हैं।अपने लेखन के कारण अधिकारियों से प्रताड़ित होने के बाद उन्होंने अमेरिका में शरण ली।

धन्यवाद

मैं उन सभी को धन्यवाद देती हूँ
जिन्हें मैं प्यार नहीं करती
वे मुझे दिल का दर्द नहीं देते
उन्हें मैं लंबा पत्र नहीं लिखती
वे मेरे सपनों में खलल नहीं डालते
मैं बेचैनी से उनकी प्रतीक्षा नहीं करती।
मैं पत्रिकाओं में उनके राशिफल नहीं पढ़ती
मैं उनके नंबर डायल नहीं करती
मैं उनके बारे में नहीं सोचती रहती
मैं उनका बहुत धन्यवाद करती हूँ
वे मेरे जीवन को क्षत-विक्षत नहीं करते।

निज़ार कब्बानी (1923-1998)। सीरियाई कवि, राजनयिक तथा प्रकाशक।अरबी दुनिया के महानतम कवियों में गिने जाने वाले निज़ार कब्बानी की कविताओं में प्रेम की अभिव्यक्ति के साथ ही स्त्री की आजादी का भाव भी व्यक्त हुआ है।

1.
लालटेन से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है प्रकाश
नोटबुक से ज्यादा महत्वपूर्ण होती है कविताएं
और होठों से ज्यादा महत्वपूर्ण होते है चुंबन
तुम्हारे लिए
लिखे गए मेरे ख़त
ज्यादा महत्वपूर्ण हैं हमदोनों से
वे एकमात्र दस्तावेज हैं
जहां लोग पाएंगे
दर्ज किया गया
तुम्हारा सौंदर्य और मेरा पागलपन।

2.
मैं तुम्हारे दूसरे प्रेमियों-सा नहीं हूँ
मेरी प्रिये
अगर वे तुम्हें बादल देते हैं
तो मैं दूंगा तुम्हें बारिश
अगर वे देते हैं तुम्हें चिराग
तो मैं दूंगा तुम्हें पूरा का पूरा चांद
अगर वे तुम्हें एक टहनी सौंपते हैं
तो मैं रख दूंगा तुम्हारे सामने पूरा दरख़्त
अगर वे देते हैं तुम्हें जहाज़
तो मैं दूंगा तुम्हें एक सुंदर सफर।

3.
एक लंबे अंतराल के बाद
हर बार, जब मैं तुम्हे चूमता हूँ
मैं महसूसता हूँ
जैसे लाल रंग के लेटरबॉक्स में
जल्दी-जल्दी में डाल रहा एक प्रेम पत्र।

4.
मैंने तुम्हें चुनने का अवसर दिया है
इसलिए चुनो
तुम कहां मरना पसंद करोगी
मेरे सीने पर
या मेरी कविताओं के पन्नों के बीच?

अर्नेस्टो कार्डेनल (20 जनवरी 1925 – 1 मार्च 2020) निकारागुआ के कैथोलिक पादरी, कवि और राजनीतिज्ञ।1979 से 1987 तक निकारागुआ के संस्कृति मंत्री थे।

1.
जब मैंने तुम्हें खो दिया
हम दोनों हार गए
मैं इसलिए हारा
क्योंकि वह तुम थी
जिसे मैंने सबसे ज्यादा प्रेम किया
और तुम इसलिए हारी
क्योंकि वह मैं था
जिसने तुम्हें सबसे ज्यादा प्रेम किया
लेकिन हम दोनों में
तुमने सबसे ज्यादा खोया है
क्योंकि मैं किसी औऱ से
उतना ही प्रेम कर सकता हूँ
जितना मैंने तुम्हें प्रेम किया था
लेकिन कोई दूसरा
तुम्हें उतना प्रेम कभी नहीं कर सकता
जितना मैं तुमसे करता था।

2.
यही होगा मेरा प्रतिशोध
कि एक रोज़ तुम्हारे हाथों में होगी
एक प्रसिद्ध कवि की कविता की किताब
और तुम पढ़ोगी उन पंक्तियों को
जिसे कवि ने तुम्हारे लिए लिखा था
और तुम कभी जान नहीं पाओगी यह बात।

महमूद दरवेश (1941-2008) फिलिस्तीनी प्रतिरोधी साहित्य के प्रसिद्ध कवि।विश्व प्रसिद्ध ‘लोटस’ पुरस्कार और ‘लेनिन शांति पुरस्कार’ से सम्मानित।

आज सुबह तुम्हारे लिए फूल खरीदना चाहा था
लेकिन कुछ दोस्त भूखे थे
इसलिए मैंने उनके लिए रोटियां खरीदीं
और तुम्हें लिखी प्रेम कविताएँ।

संपर्क अनुवादक :​ रानीगंज मुहल्ला, बारा चकिया845412, पूर्वी चंपारण (बिहार)