प्रस्तुति : अनूप कुमार, युवा लेखक एवं विद्यार्थी जायसी ने अपने महाकाव्य ‘पद्मावत’ की रचना 500 साल पहले शुरू की थी, ‘सन नौ सौ सत्ताइस अहै, कथा आरंभ बैन कवि कहै’| वासुदेव शरण अग्रवाल के अनुसार नौ सौ सत्ताईस हिजरी, अर्थात- 1521 ईसवी| ‘पद्मावत’ की पंचशती के अवसर पर यह...
प्रस्तुति : संजय जायसवाल कवि और समीक्षक। विद्यासागर विश्वविद्यालय, मेदिनीपुर में सहायक प्रोफेसर। फणीश्वरनाथ रेणु आंचलिक उपन्यास और नई कहानी दौर के विशिष्ट कथाकार हैं। वे हिंदी के पहले कहानीकार हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान और टेक्नोलॉजी के प्रवेश का...
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